देखो, मैं कितना गोरा हूँ : पहेली का हल
-
८ जून २०११ को सरस पायस पर यह चित्र प्रकाशित करके
यह पूछा गया था कि यह किसका फ़ोटो है!
इसके साथ पहेली के रूप में
मेरी एक कविता भी प्रकाशित की गई थी,
जिसम...
12 years ago
2 टिप्पणियाँ:
गालों पर
लुढ़कने से पहले ही
वाष्प बनकर उड़ जाएँगे
और बादलों के रूप में
संघनित होने के बाद
एक-दूजे से टकराकर
वहीं बरस पड़ेंगे,
जहाँ तुम होओगी!
क्या बात है!! बहुत खूब!!
माओवादी ममता पर तीखा बखान ज़रूर पढ़ें:
http://hamzabaan.blogspot.com/2010/08/blog-post_21.html
मेरे आँसू
तुम्हारा पीछा
कभी नहीं छोड़ेंगे!
बेहतरीन!
Post a Comment